Wednesday, 29 January 2025

कहीं आप अयोध्या की नामी धर्मशालाओं में रूम बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन साइबर ठगों के जाल में तो नहीं फस रहे हैं ?

अपील

विषय - अयोध्या में ठहरनें के लिए ऑनलाइन धर्मशाला या होटल बुकिंग 

यदी आप प्रभु श्री राम की नगरी में अयोध्या आनें का प्लान बना रहें हैं तो थोड़ा सतर्क हो जाईये । साइबर अपराधियों की नजर अपकी महनत की गाढी कमाई पर हो सकती है। उनके पास आपको आर्थिक नुक्सान पहुँचाकर धर्म की नगरी अयोध्या के प्रति आपकी आस्था को ठेस पहुँचानें का पूरा प्लान मौजूद है। 

कैसे हो सकते हैं आप अयोध्या में आनें से पहले साइबर ठगी का शिकार - यदि आप अपनें अधिकांश कार्यों को ऑनलाइन माध्यम से करनें में सहजता महसूस करते हैं तो आपको बता दें कि साइबर जालसाजों द्वारा इन्टरनेट पर नये नये तरीकों से अपना ठगी का जाल बिछाया जा रहा है। इसी में साइबर अपराधियों द्वारा कई धार्मिक स्थलों पर आनें वाले दर्शनार्थियों को अलग अलग प्रकार से ठगी का शिकार बनाया जाता है। ऐसी ही ठगी का प्रयास अयोध्या आने वाले दर्शनार्थियों के साथ अयोध्या में ठहरनें वाली धर्मशालाओं के नाम पर किया जा रहा है। 

साइबर ठग अयोध्या में नामी धर्मशालाओं के नाम पर करते हैं ऑनलाइन ठगी - बिड़ला धर्मशाल, जानकी महल ट्रस्ट तथा आदित्य भवन जैसी कई धर्मशालों के नाम पर साइबर अपराधियों द्वारा अयोध्या आनें वाले दर्शनार्थियों के साथ अन्य राज्यों में बैठकर ठगी की जा रही है।

यदि आप धर्मशाला बुकिंग के नाम पर साइबर ठगी का शिकार हो गये है क्या करें? आपको तत्काल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर कॉल कर अपनी शिकायत को पंजीकृत करवान है। यदि आपको ठगी की जानकारी ठगी होनें के 24 घण्टे पश्चात हुई है तो आपको भारत सरकार द्वारा संचालित साइबर क्राइम पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर आपके साथ अयोध्या में आनें से पूर्व कमरे की बुकिंग के नाम पर हुए साइबर ठगी अथवा धोखाधड़ी की पूरी जानकारी देनी है। जानकारी देनें के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं का विशेष ध्यान रखना है - जैसे 1. किस वेबसाइट के माध्यम से आपको धर्मशाला बुकिंग का लिंक प्राप्त हुआ। 2. किस मोबाइल नम्बर द्वारा आपकी बातचीत ठगी अथवा धोखाधड़ी करनें वाले व्यक्तियों से हुई क्या उससे आपकी बातचीत साधारण कॉल के जरिये हुई या उसके द्वारा किसी इन्टरनेट मोबाइल ऐप का प्रयोग किया गया था। 3. ठगों द्वारा किस बैंक खाते अथवा UPI का प्रयोग कर आपसे बुकिंग का पैसा लिया। 4. आपके द्वारा किये गये सभी ट्रान्जेक्शन का समय, दिनांक, धनराशि व उसके UTR नम्बर के साथ अपनी  शिकायत को पंजीकृत करना है जिससे आपके साथ हुई आर्थिक क्षति को रोकनें का प्रयास जल्द से जल्द साइबर क्राइम विंग द्वारा किया जा सके।

बरतें ये सावधानी


अयोध्या आनें वाले सम्मानित दर्शनार्थियों से अनुरोध है कि अयोध्या आवाजाही या ठहरनें के लिए कोई भी वाहन या होटल, धर्मशाला ऑनलाइन बुकिंग करनें से पूर्व उसकी प्रमाणिकता की पूर्ण जाँच कर ले कि सर्विस मुहैया कराने वाले विश्वसनीय हैं या नहीं केवल आधिकारिक माध्यम से ही बुकिंग करें। यदि असली वेबसाइट और नकली वेबसाइट पहचानने में परेशानी हो तो ऑनलाइन बुकिंग न करें। जिससे आर्थिक जोखिम से बचा जा सके एवं तीर्थ क्षेत्र के प्रति आपकी आस्था को स्थापित किया जा सके।


धन्यवाद ...

Get Updates Via Facebook.